यह न मेट्रो है, न ट्रेन, हवा से करेगी ‘बातें’, इस छोटे शहर में पहली बार दौड़े

यह न मेट्रो है, न ट्रेन, हवा से करेगी ‘बातें’, इस छोटे शहर में पहली बार दौड़े

नई दिल्‍ली.यह ट्रेन न तो मेटो है और न ही साधारण ट्रेन, लेकिन सेमी बुलेट ट्रेन का टक्‍कर देने जा रही है. यानी स्‍पीड के मामले में सेमी हाई स्‍पीड के रूप में जानी जाने वाली वंदेभारत एक्‍सप्रेस को टक्‍कर देगी. पहली बार 34 किमी. की दूरी तय करेगी. खास बात यह है कि ये किसी मेट्रो‍पोलिटन या बड़े शहर में में नहीं एक छोटे से शहर में चलने जा रही है. जिसे प्रधानमंत्री बुधवार को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.

देश की पहली रीजनल ट्रेन यानी रैपिडएक्‍स का संचालन साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक करीब 17 किमी. में हो रहा है. इसके आगे दुहाई से मोदीनगर नॉर्थ तक का 17 किमी लंबा अतिरिक्त सेक्शन परिचालन के लिए तैयार हो गया है. इस सेक्शन में मुरादनगर, मोदी नगर साउथ और मोदी नगर नॉर्थ तीन स्टेशन शामिल हैं. इस सेक्शन के उद्घाटन से नमो भारत रैपिडएक्‍स सेवाएं दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर 34 किमी के सेक्शन पर शुरू हो जाएंगी, जिसमें साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ तक कुल आठ स्टेशन होंगे.

दिल्ली को मेरठ से जोड़ने वाले भारत के प्रथम आरआरटीएस कॉरिडोर की आधारशिला मार्च 2019 में रखी गई थी. इसके 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन को अक्टूबर 2023 में शुरू हो चुका है.

रैपिडएक्‍स (आरआरटीएस) पर एक नजर

आरआरटीएस एक अत्याधुनिक रेल-आधारित यातायात प्रणाली है, जिसके तहत चलने वाली नमो भारत रैपिडएक्‍स ट्रेनों की डिजाइन गति 180 किमी प्रति घंटा और परिचालन गति 160 किमी प्रति घंटा है. 82 किमी लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर, दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा के समय को घटाकर एक घंटे से भी कम कर देगा.

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